80/20 Rule का प्रयोग सफलता के लिए कैसे करें? | Pareto Principle in Hindi

80/20 Rule का प्रयोग सफलता के लिए कैसे करें? | Pareto Principle

आजकल लोग Time Management पर बहुत ध्यान दे रहे हैं और Success प्राप्त करने में इसका उपयोग कर रहे हैं। ऐसा इसीलिए है क्योंकि सभी जानते हैं कि दुनिया के प्रत्येक इंसान के पास 24 घंटे का ही time होता है। किसी को भी न तो 1 second ज्यादा मिलता है और न ही 1 second कम मिलता है।

लेकिन time management का प्रयोग करने के बाद भी बहुत कम लोग ही सफलता प्राप्त कर पाते हैं। ऐसा क्यों होता है?

जब मैंने इस प्रश्न पर deep study की तो इसका उत्तर कुछ इस तरह समझ आया–
वास्तव में हम सभी यह समझते हैं कि वही लोग सक्सेस प्राप्त कर पाते हैं जो इन 24 घंटों में अधिक से अधिक work कर पाते हैं।
अर्थात 24 घंटे में कोई व्यक्ति जितना अधिक समय तक Work करेगा, उसको उतने ही अधिक अच्छे Result मिलेंगे।
लेकिन हमारा यह सोचना बिलकुल गलत है क्योंकि अधिक समय (more time) तक अधिक काम (more work) करने से कभी भी अधिक परिणाम (more results) नहीं मिलते।
तो अब हमें अधिक से अधिक अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए क्या करना चाहिए?

80/20 नियम क्या है?
What is 80-20 Rule Of Time Management
इसी problem के solution के लिए आज मैं आपको समय के 80/20 नियम (80-20 Rule of Time Management) के बारे में बताऊंगा जिसे परेटो का सिद्धांत Pareto Principle भी कहते हैं क्योंकि इसे
Vilfredo Pareto (विलफ्रेडो परेटो) नाम के एक व्यक्ति ने दिया था।
यह बहुत ही simple rule है और इसे कोई भी व्यक्ति बड़ी आसानी से समझ सकता है। 80/20 Rule को इस प्रकार समझा जा सकता है–

इस नियम के अनुसार किसी भी एक दिन में हमारे द्वारा किये गए 80% कार्यों से हमें 20% अच्छे परिणाम मिलते हैं और इसके विपरीत हमारे 20% कार्यों से हमें 80% अच्छे परिणाम मिलते हैं।
अर्थात हम दिनभर में कोई न कोई कार्य (action) करते ही रहते हैं लेकिन पूरे दिन किये गए सभी 100% Actions से हमें 100% Results प्राप्त नहीं होते हैं बल्कि इस नियम के हिसाब से हमारे 80% Actions हमें 20% Results देते हैं और बाकी बचे 20% Actions से हमें 80% Results देते हैं।
80-20 का यह Rule हमें बताता है कि अधिक काम करने से हमें अधिक परिणाम नहीं मिलते बल्कि हमारे द्वारा दिनभर में किये गए कुछ कार्यों से ही हमें बहुत अच्छे परिणाम मिल रहे होते हैं और इसके विपरीत हमारे द्वारा दिनभर में बहुत से ऐसे कार्य किये जाते हैं जिनसे बहुत कम अच्छे परिणाम मिल पाते हैं।

Pareto का Success Formula इस प्रकार है–

More Actions ≠ More Results

80% Actions = 20% Results

20% Actions = 80% Results

क्या यह Pareto Principle लाइफ में सभी जगह काम करता है?
दोस्तों! Time management का यह Pareto principle जीवन में सभी जगह (All fields of Life) काम करता है। यह दुनिया में सभी जगह पर हर समय काम करता है।

अब आप इसके कुछ उदाहरण देखिये–

1- दुनिया की 80% दौलत (Wealth) केवल 20% लोगों के पास है जबकि 20% दौलत 80% लोगों के पास है।

2- आप अपने 20% कपड़े 80% टाइम तक पहनते हो जबकि 80% कपड़े आप 20% समय तक पहनते हो।

3- किसी भी दुकान के 20% Products 80% times बिकते है जबकि 80% products केवल 20% times बिकते हैं।

4- आपके Mobile में जितने भी contacts हैं, उनमे से 20% contacts के लिए आप 80% call करते हो जबकि 80% contacts के लिए आप 20% call करते हो।

5- आपके 20% दोस्त या रिलेशन ही आपको 80% खुशी (Happiness) देते हैं जबकि 80% दोस्त या रिलेशन आपको 20% खुशी देते हैं।

Example- 20% Road पर 80% Traffic होता है.

20% कपड़े हम 80% Time पहनते हैं.

20% जमीन 80 % Food और मिनिरल देती है.

20% बादल से 80% बारिश होती है.

20% Authors की Books 80% बिकतीं हैं.

20% Blogs 80% पढ़े जाते हैं

80-20 Principle को कैसे Apply कर सकते हैं?

80-20 Principle हमें यह नहीं सिखाता कि हमे काम नहीं करना चाहिए या ऐसा कुछ… बल्कि ये हमें सिखाता है that हमें वो काम करना बंद करना चाहिए या उन पर कम फोकस करना चाहिए जो हमें बहुत कम रिजल्ट्स दे रहा है और वो काम ज्यादा करना चाहिए जो हमें ज्यादा रिजल्ट्स दे रहा है।
बिजनेस के लिए यदि बात की जाए तो, ये Law पहले बिजनेस रिलेटेड चीजों के लिए ही उपयोग किया जाता था But बाद में फिर ये प्रिंसिपल सब चीजों के लिए Use होने लगा.
Startups में ज्यादातर लोग ये गलती करते हैं कि वे अपनी टाइम, एनर्जी, और पैसे उन चीजों के लिए ज्यादा Use कर देते हैं जिनमे Staring में ज्यादा इतना काम करने की जरूरत नहीं होती..

जैसे कि – कम्पनी का Logo कैसे होने चाहिए! वेबसाइट का Design कैसा होना चाहिए! etc..etc…

ये सब चीजें जरूरी हैं पर इन सब चीजों से ही लोग Attract होकर आपका Product या Service Use नही करेंगे और न ही इन सब चीजों से आपको Results मिलेंगे … बल्कि Starting में आपका Main Aim होना चाहिए कि अपने प्रोडक्ट या सर्विस को अच्छे से और अच्छा बनाना ताकि वो लोगों की लाइफ और Easy या अच्छी कर सके. और ये सब करने के बाद आपको मार्केटिंग या दूसरी चीजें करनी चाहिए..और वो भी बस 20% प्लेटफोर्म या चीजों पर ध्यान रखते हुए जहाँ पर आपको Maximum Response मिल रहा है..

कुछ और बातें जो आपको हेमशा याद रखनी चाहिए वो ये है कि
आपके 20% Clients —– आपके 80% Profit का हिस्सा होंगे..

वैसे
20% Clients ——– 80% Complain करने वाले होंगे…

इसलिए आपको इन 20% लोगों में अच्छा फोकस करना चाहिए… और at the End सब कुछ करने से अच्छा बस उन 20% कामों में फोकस करो जो आपको 80% Results दे रहा है..

80-20 Principle For Social Life & Happiness
पहले मुझे लगता था कि मेरे जितना ज्यादा दोस्त रहेंगे मेरे लिए उतना अच्छा होगा और इसीलिए मैं सबसे दोस्ती करता था और सबके साथ Time Spend करने की कोशिश करता था.. बहुत बार उन लोगों के साथ भी जिनके साथ मुझे खास मजा भी नहीं आती थी… But ऐसा करते हुए मुझे Realize हुआ कि ऐसा करके मैं अपना बहुत-सा टाइम Waste कर रहा हूँ और Because of this कि मैं दूसरी चीजें नहीं कर पा रहा जो मुझे करनी चाहिए…जैसे- Books पढ़ना या लिखना… Regular Post डालना..etc…

Actually हमारा दिमाग ऐसे Programmed है जिससे हमें लगता है कि
ज्यादा मतलब बेहतर… MORE = BETTER
लेकिन ये सच नही है ..

According to this Principle आपका 80% Happiness और Fulfilment सिर्फ 20% दोस्तों की वजह से आती है।   इसीलिए बहुत सारे ठीक-ठाक दोस्त बनाने और उन सबके साथ टाइम स्पेंड करने से अच्छा है आप बस उन 20% लोगों या दोस्तों के साथ Time Spend करो जो आपको सच में अच्छा Feel कराते हैं…और जिनके साथ टाइम स्पेंड करके आपको भी मजा आती है… ये आपका काफी टाइम बचायेगा, बाकी दूसरी चीजों पर फोकस करने के लिए…

80-20 Principle For Studying
मेरा एक दोस्त था जो सारे दिन और कभी-कभी पूरी रात जागकर पढाई करता था और दूसरी तरफ में एक और दोस्त था जो दिन-रात मिलाकर Around 4-6 घंटे ही पढाई करता था.. But जब रिजल्ट्स आते थे तब मेरे दूसरे दोस्त के Marks पहले दोस्त के बराबर या उससे ज्यादा ही रहते थे, वो समझाता था कि वो ज्यादा पढाई नहीं करता लेकिन मेरा पहला दोस्त इसका यकीन नहीं करता था..लेकिन मुझे पता था कि वो सच बोल रहा है..
मेरा दूसरा दोस्त पहले दोस्त से ज्यादा स्मार्ट नहीं था पर वो अनजाने में ही 80-20 Principle  का Use करता था..
सिर्फ 2 चीजों को लेकर जिससे कम पढ़ने के बावजूद भी उसके अच्छे रिजल्ट्स आते थे-

1. Regarding What to Study?
पहली चीज जिसमे वह 80-20 Principle का Use करता था, वो ये था कि पढ़ना क्या-क्या है?
मेरा पहला दोस्त End-end में सब Questions पढ़ने की कोशिश करता था, जिसकी वजह से सब पढ़ने के बाद भी उसे अच्छे से एक भी Answer अच्छे से याद नही रहता था.. और पेपर में भी वह Answers अच्छे से नहीं लिख पाता था…
जबकि दूसरा दोस्त, पिछले Question Paper और Teachers से जो Important Questions रहते थे वो पता कर लेता था…फिर उन्हें ही एकदम अच्छे से याद कर लेता था और उसके बाद दूसरे Questions पर फोकस करता था….

2. Regarding The Time of Study…
दूसरी चीज जिसमे वह 80-20 Principle का Use करता था, वो था पढाई के टाइम को लेकर
पहला दोस्त दिन भर रात भर पढ़ने की कोशिश करता था पर क्योंकि इंसान एकसाथ अचानक से किसी एक चीज पर ज्यादा टाइम से फोकस नही रख सकता इसीलिए पढते टाइम उसका भी फोकस दूसरी चीजों पर बार-बार जाता रहता था जिससे कई घंटे पढ़ने के बाद भी उसकी Quality Study नहीं हो पाती थी..
दूसरे दोस्त को पता था कि वो सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक पढ़ पाता है और उसके बाद नहीं!
तो वह उसी टाइम पर अपने पूरे फोकस के साथ वह अच्छे से पढता था बाकी सारी चीजें साइड करके जैसे -मोबाइल/गेम/व्हाट्सएप/फेसबुक आदि…
वो भी काफी बीच में ब्रेक भी लेता था जब उसे लगने लगता था कि उसका फोकस खत्म हो रहा है और फिर कुछ और चीजें करके जैसे घर के बाहर एक Walk लेकर या कुछ और करके जिससे उसे फ्रेश फील हो! वह करके वो फिर पढ़ना स्टार्ट करता था…इन्हीं कुछ चीजों की वजह से उसका रिजल्ट कम पढकर भी दूसरे दोस्त से अच्छे आते थे..
आपका काम है कि आप 20% सच करो अपने हर काम में और उसे ही एकदम अच्छे से करो .. ये करने से आपको आधे टाइम में डबल रिजल्ट्स मिलेंगे और आधा टाइम फ्री भी मिलेगा जिसे आप दूसरी Important चीजों के लिए Use कर सकते हो.. और खुश रह सकते हो!
दोस्तों यह पूरी आर्टिकल एक बेहतरीन किताब THE 80/20 PRINCIPLE से ली गयी है जिसके Author Richard Koch हैं..

आप अपनी लाइफ के किसी भी क्षेत्र में इस नियम का उपयोग करके देख लीजिये, Normally सभी जगह यह काम करता है।

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